Tor browser kya hai - टोर ब्राउजर क्या है꫰ Dark web and Deep Web

दोस्तो आजकल इन्टरनेट में कुछ भी सुरक्षित नही है क्या आपको पता है कि आप ऐसे मे इन्टरनेट पर कुछ भी देखते है या कोई वेबसाईट पर visit करते है तो ऐसे मे आपका IP address और आपकी सारी जानकारी उस वेबसाईट के पास पहुच जाती है तो ऐसा कोई तरीका है जिससे आप अपनी information को छुपा सके꫰ आगे मै आपको बताने वाला हूँ कि 
टोर ब्राउजर क्या है?
इन्टरनेट कितने प्रकार का होता है?
टोर से इन्टरनेट पर पहचान कैसे छुपाए?



टोर ब्राउजर क्या है?


यह एक ऐसा ब्राउजर है जो इन्टरनेट पर हमारी पहचान को छुपाता है टोर ब्राउजर का यूज हैकर करते है ताकि उन्हे कोई track ना कर सके꫰



इन्टरनेट जो है वो तीन टाईप का होता है 
1) Surface web जो हम यूज करते हैं
2)Dark web
3)Deep web

आगे इनके बारे मे आपको detail मे समझाता हूँ


Surface web


जो इन्टरनेट हम यूज करते है उसे कहते है surface web क्या आपको पता है जो इन्टरनेट हम यूज करते है वो सिर्फ 4% है पूरे इन्टरनेट का꫰ जो चीजे हम Simple तरीके से सर्च कर सकते है google या फिर yahoo मे꫰ अब मान लो मुझे कोई वेबसाईट visit करना है तो मै गूगल मे सर्च करूँगा और वेबसाईट का लिंक आ जाएगा तो उसको मै access कर लूँगा तो जो इन्टरनेट है वो अलग अलग वेबसाईट का भंडार है गूगल मे सर्च करने के बाद रिजल्ट मे जो लिंक आते है जिन्हे हम एक्सेस कर सकते है उसे Surface web कहते है꫰



Deep web


ये ऐसे लिंक होते है जो आपको गूगल मे नही मिलेंगे꫰चलिए एक example से समझते है अब मान लो आप अपने फेसबुक प्रोफाईल अपना नाम गूगल सर्च करने से नही आएगा लेकिन अगर आप अपनी किसी ओर की प्रोफाईल के लिंक से आप किसी का भी प्रोफाईल एक्सेस कर सकते है लेकिन अगर आप दोस्त का प्रोफाईल गूगल मे सर्च करेंगे तो आपको नही मिलेगा꫰ इसे कहते है Deep web.



Dark web


अब ये जो वेब है ये हमारे normal browser से access नही होगा हमारी नोर्मल ISP से हम इसको एक्सेस नही कर सकते꫰ इसको चलाने का तरीका अलग है लेकिन इस तरीके से ये नही है हमारा ISP यूज नही होगा तो ये जो वेबसाईटस् उन्हे एक्सेस नही कर सकते न तो ऐसी वेबसाईटस् (जो डार्क वेब मे होती है) गूगल मे मिलेंगी और ना ही उन्हे ब्राउजर मे टाईप करके एक्सेस कर सकते है इन वेबसाईट को ही डार्क वेब कहते है ये सिर्फ टोर ब्राउजर से ही चलेंगी꫰



टोर ब्राउजर कैसे चलाए ?


गदडदग
क्या आपको पता है कि गूगल ,फेसबुक इन और भी बहुत सारी वेबसाईटस् को जब हम यूज करते है तो हमारा जानकारी इनके पास चली जाती है तो आपकी privacy ही नही है अगर आप इन्टरनेट चलाते हो꫰ तो इसके लिए एक  open source community बनी जो बोल रहे थे कि आपको private तरीके से सारी वेबसाईट visit करा देंगे꫰ जिसके द्वारा होता ये है कि जैसे हम कोई वेबसाईट विजिट करना चाहते है तो हम एक VPN (Virtual Private Network) खरीद लेते है और इससे हम अपनी पहचान छुपा लेते है इससे अच्छी बात ये होती है कि Jio,airtel,idea,vodafone इनको ये नही पता लगता कि हमने कौन सी वेबसाईट visit करी है पर जहाँ VPN हमने लिया है उसको सब पता है परन्तु Tor (The onion routing) मे क्या होता है कि बहुत सारे VPN's होते है जैसे VPN-A VPN-B VPN-C ऐसे करके VPN-Z तक होते है अब मुझे कोई भी वेबसाईट visite करनी है तो फिर अगर मै टोर से करूंगा तो वो वेबसाईट जाएगा VPN-A पे फिर VPN-B पे ऐसे VPN-Z तक जाएगा तो आखिर मे जब वो वेबसाईट खुलेगी तब वो पूछेगी कौन है भाई꫰ तब उसे पता चलेगा कि VPN-Z है ऐसे ही Z को पता लगेगा VPN-Y है ऐसे करके बहुत सारे VPN's यूज करते है जिसे कहते है onion routing जोकि Fix नही होते कि किसके बाद किसको यूज करना है ऐसे VPN's का जाल बन जाता है तो वापस Back track करना बहुत मुश्किल होता है꫰ ऐसे आप बहुत सारी चीजे कर सकते हो꫰ आप खुद के बहुत सारे VPN's खरीद सकते हो और उसके बाद एक एक  VPN यूज करके आखिर मे वेबसाईट visite कर सकते हो परन्तु इससे आपका स्पीड काफी slow हो जाता है अब इतने सारे वीपीएन से स्पीड तो कम होगा ही क्योकि इतने VPN से घूमकर नेटवर्क आपके पास आता है और इससे आपके कनेक्सन का time out हो जाएगा तो ये जो टोर है ये यही काम आता है इसके अन्दर भी बहुत सारे VPN's होते है जो हर  15 मिनट मे आपकी IP बदलते रहते है क्योकि आप जो वेबसाईट visite कर रहे है वो अलग VPN से आएगी꫰

क्यो मना करते है टोर ब्राउजर यूज करने से या Dark web मे जाने से??


Tor चलाने से पहले आप ये ध्यान मे रखे कि टोर मे जो वेबसाईटस् होती है वो .onion करके होती है ये वेबसाईट सिर्फ टोर मे चलेगी इसका मतलब ये Private हो गयी और जो visit कर रहा है उसकी पहचान भी छुप गयी मतलब जो visit कर रहा है वो वीपीएन से कर रहा है तो ये जो वेआप बसाईट है वो पूरी तरह से Anonymous है ये कभी पता नही चलता कि कौन वेबसाईट Visit कर रहा है और किसकी वेबसाईट है और न ही इसको कोई track कर सकता है ऐसे .onion करके बहुत सारी वेबसाईट बनी है जो illegal है जिसकी वजह से बोला जाता है कि डार्क वेब मत चलाना बहुत illegal है क्योकि आप किसी आप किसी वेबसाईट पर चले गये तो क्या पता वो आप ही को हैक कर ले꫰ आपके कम्प्यूटर मे कुछ चीजे इन्स्टाॅल कर दे क्योकि वो वेबसाईट पूरी तरह से Anonymous है꫰ इसलिए बोला जाता है थोङा संभल के꫰ मेरा तो ये सलाह दूंगा कि .onion वाली वेबसाईट पर visit ना करे꫰







Comments